12th के बाद पायलट बनने की तैयारी कैसे करें? How to become pilot?

अगर आप भी 12वीं पास हो और पायलट बनने की तैयारी करना चाहते हैं,  12वीं के बाद पायलट बनने की तैयारी कैसे करें ,नीचे दिए गए ब्लॉग में हम आपको विस्तार से बताएंगे ,पायलट बनने का सपना कई युवा लोगों को प्रेरित करता है।

सपने देखना हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। और जब हमारा सपना वायुसेना या एयरलाइन के पायलट बनने का होता है, तो हमारे लिए यह एक निर्माणशील परिप्रेक्ष्य होता है।

आसमान में उड़ते हुए एक पायलट बनने के लिए संघर्ष और मेहनत की जरूरत होती है, लेकिन एक बार सफल हो जाने पर इसमें अनगिनत उत्साह और संतुष्टि होती है। इस ब्लॉग में, हम आपको बताएंगे कि 12वीं के बाद पायलट बनने की तैयारी कैसे करें, उसमें आने वाली संभावित लाभ और विकर्ण के बारे में भी।

पायलट कितने प्रकार के होते है ?

  1. विमानचालक (Commercial Pilot): ये पायलट व्यावसायिक उड़ान चलाने के लिए अनुमति प्राप्त करते हैं। वे विमानचालकी विभागों में काम करते हैं और यात्रियों या वस्तुओं को विभिन्न नगरों और देशों के बीच ले जाते हैं। इसके लिए उन्हें व्यावसायिक पायलट लाइसेंस (सीपीएल) की आवश्यकता होती है।
  2. प्राइवेट पायलट (Private Pilot): ये पायलट अपने आप को अनुमति से उड़ान चलाने के लिए प्रशिक्षित करते हैं, लेकिन वे व्यावसायिक उड़ान चलाने के लिए अनुमति नहीं रखते। ये अपने स्वयं के मनोरंजन और परिवार के साथ समय बिताने के लिए उड़ानों का आनंद लेते हैं।
  3. हेलीकॉप्टर पायलट (Helicopter Pilot): ये पायलट हेलीकॉप्टर उड़ाने के लिए विशेष तरीके से प्रशिक्षित होते हैं। हेलीकॉप्टर पायलट विभिन्न क्षेत्रों में उड़ानें भरते हैं, जैसे कि एयर एम्बुलेंस, रक्षा, प्रिवेट संपत्ति के संचालन, और फिल्म उद्देश्यों के लिए।
  4. विमानचालक इंस्ट्रक्टर (Flight Instructor): ये पायलट उड़ान चलाने के लिए अनुमति प्राप्त करने वालों को प्रशिक्षित करते हैं। वे शिक्षा प्रदान करके नए पायलटों को उड़ानचालकी की शिक्षा देते हैं और उन्हें विमान चलाने की क्षमता को सुधारते हैं।
  5. वायुसेना के पायलट (Military Pilot): वायुसेना के पायलट सेना के वायु शाखा में सेवा करने के लिए अनुमति प्राप्त करते हैं। वे रक्षा के लिए विभिन्न प्रकार के विमान चलाते हैं, जैसे कि युद्ध विमान, विमान लड़ाई, और सर्वेक्षण विमान।

पायलट बनने के लिए 12th के बाद कोनसा कोर्स करे ?

  1. विमानचालक प्रशिक्षण (CPL): विमानचालक प्रशिक्षण (Commercial Pilot License – CPL) वह कोर्स है जिसे द्वारा व्यावसायिक पायलट बनने की तैयारी की जाती है। इस कोर्स के लिए आवश्यक क्राइटेरिया निम्नलिखित होते हैं:
    • शैक्षणिक योग्यता: 12वीं पास होना आवश्यक है, जिसमें आपने गणित और विज्ञान के साथ भौतिकी, रसायन शास्त्र, और गणित की कम से कम 50% अंक प्राप्त करने चाहिए।
    • आयु सीमा: आपकी आयु 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
    • दृष्टि और स्वास्थ्य: आपको विमानचालकी में शारीरिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा परीक्षण पास करना होगा।
  2. प्राइवेट पायलट प्रशिक्षण: प्राइवेट पायलट प्रशिक्षण के तहत, आप अपने आप को उड़ान चलाने के लिए प्रशिक्षित करते हैं। यह कोर्स पायलट बनने के लिए आवश्यक नहीं होता है, लेकिन यह उन लोगों के लिए उपयुक्त होता है जो उड़ानों का आनंद लेना चाहते हैं और व्यावसायिक पायलट नहीं बनना चाहते हैं।
  3. हेलीकॉप्टर पायलट प्रशिक्षण: हेलीकॉप्टर पायलट प्रशिक्षण विशेष तरीके से हेलीकॉप्टर उड़ाने के लिए प्रशिक्षित करता है। हेलीकॉप्टर पायलट विभिन्न क्षेत्रों में उड़ानों का आनंद लेते हैं, जैसे कि एयर एम्बुलेंस, रक्षा, प्रिवेट संपत्ति के संचालन, और फिल्म उद्देश्यों के लिए।

सरकारी पायलट कैसे बने?

  1. शैक्षणिक योग्यता: सरकारी पायलट बनने के लिए पहले आपको 12वीं कक्षा से उच्चतर शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए। आपको एक प्राइवेट पायलट लाइसेंस (पीपीएल) या व्यावसायिक पायलट लाइसेंस (सीपीएल) प्राप्त करने के लिए विमानचालक प्रशिक्षण संस्थान से योग्यता हासिल करनी होगी।
  2. विमानचालक प्रशिक्षण: सरकारी पायलट बनने के लिए आपको विमानचालक प्रशिक्षण (Commercial Pilot License – CPL) प्राप्त करना होगा। इस प्रशिक्षण कोर्स के लिए व्यावसायिक पायलट लाइसेंस (सीपीएल) की आवश्यकता होगी जिसमें आपको उड़ानयान फ्लाइट और सैम्युलेटर प्रशिक्षण शामिल होगा। यह प्रशिक्षण विभिन्न विमानचालक प्रशिक्षण संस्थानों में उपलब्ध होता है।
  3. आयु सीमा: सरकारी पायलट बनने के लिए आपकी आयु 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आपकी आयु सीमा विभिन्न आरक्षण श्रेणियों के लिए अलग-अलग हो सकती है।
  4. फिटनेस और मेडिकल स्टैंडर्ड: सरकारी पायलट बनने के लिए आपको शारीरिक मेडिकल परीक्षण को पास करना होगा। आपको आंतरिक और बाह्य रूप से स्वस्थ होना जरूरी है और आपके द्वारा निर्धारित मेडिकल स्टैंडर्ड को पूरा करना होगा।
  5. कैडेट पायलट प्रशिक्षण: सरकारी पायलट बनने के लिए, आपको एयर फोर्स, नौसेना या अर्धसैनिक सेना के आधीन स्थित सरकारी विमानचालक प्रशिक्षण संस्थान में एडमिशन लेना होगा। आपको कैडेट पायलट के रूप में चयन किया जा सकता है, और आपको विमानचालकी की तैयारी के लिए संस्था में प्रशिक्षित किया जाएगा।

क्या Non Science स्टूडेंट पायलट बन सकता है ?

जी हां बिलकुल बन्न सकता है पर उसके लिए आपको कुछ कोर्स करना होगा कैसे की

पायलट बनने के लिए आपको विज्ञान (Science) विषयों के अध्ययन की आवश्यकता नहीं होती है। यदि आपका उद्देश्य पायलट बनना है तो आपको केवल वायु मार्ग के प्रशिक्षण संस्थानों से एक पायलट प्रशिक्षण प्रोग्राम पूरा करना होगा। इसके लिए, आपको नामांकन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए कुछ निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा और आवश्यक प्रवेश परीक्षाओं को सफलतापूर्वक पास करना होगा।

पायलट बनने के लिए कुछ महत्वपूर्ण पात्रता शर्तें शामिल हो सकती हैं, जैसे कि आपकी शारीरिक योग्यता, उच्च दृष्टिशक्षता, शारीरिक दक्षता, गणितीय कौशल और विमानिकी ज्ञान। इन शर्तों को पूरा करने के बाद आप वायुसेना, वायु नौसेना या निजी एयरलाइंस में पायलट के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

पायलट बनने का यह सपना नॉन साइंस स्टूडेंट के लिए भी संभव है, अगर उन्हें वायुमार्ग के क्षेत्र में रुचि है और वे उसमें मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ काम करने को तैयार हैं।

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क्या पायलट एक अच्छी नौकरी है ?

पायलट एक अच्छी नौकरी के रूप में मानी जाती है। यह नौकरी कई तरह के लाभ प्रदान कर सकती है, लेकिन इसमें चुनौतियाँ भी हो सकती हैं। नीचे कुछ पायलट नौकरी के लाभ और चुनौतियों को समझाया गया है:

लाभ:

  1. उच्च वेतन: पायलट व्यावसायिक अधिकारियों में से एक है, जो अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं। प्रोफेशनल अवसरों में अनुभवी पायलटों के लिए वेतन और भत्ते के अच्छे मौके होते हैं।
  2. ग्लोबल अवसर: पायलटों के लिए अंतरराष्ट्रीय रूप से भी कई अवसर होते हैं। वे विभिन्न देशों में उड़ाने के मौके प्राप्त कर सकते हैं और विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों को अनुभव कर सकते हैं।
  3. पेशेवरता का माहौल: पायलटों को अपनी उड़ानयान प्रक्रिया को प्रोफेशनल तरीके से संचालित करना पड़ता है। यह उन्हें उत्साही बनाता है और अपने काम को पेशेवरता से संभालने की क्षमता विकसित करता है।

चुनौतियाँ:

  • मेडिकल स्टैंडर्ड: पायलट बनने के लिए शारीरिक मेडिकल परीक्षण पास करना आवश्यक होता है। कई बार यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है, जैसे कि बिना सहायता के अच्छी दृष्टि न होना या किसी भी चिकित्सा समस्या का सामना करना।
  • उच्च शिक्षा की लागत: विमानचालक प्रशिक्षण की फीस और अन्य शिक्षा विभागों की लागत अधिक होती है। इसके लिए आर्थिक संसाधन जरूरी होता है।
  • जिम्मेदारी और समय: पायलट का काम बड़ी जिम्मेदारी भरा होता है, क्योंकि उड़ानों की सुरक्षा उनके हाथों में होती है। इसके साथ ही, दिनचर्या बड़ा अनियमित हो सकता है जिससे परिवार और सामाजिक जीवन पर असर पड़ सकता है।
  • दिक्कतों का सामना: विमान उड़ाने में कई बार मौसम की वजह से दिक्कतें आ सकती हैं, जिससे उड़ानें रद्द हो सकती हैं और उड़ानचालक को अपनी यात्रा को पुनः योजित करना पड़ सकता है।
  • अन्य विकल्प और संस्थान: पायलट नौकरी में बढ़ती प्रतिस्पर्धा है, और इसमें सफलता हासिल करना आसान नहीं हो सकता। इसलिए, यदि आप पायलट नहीं बन सकते हैं, तो आपको अन्य रोजगार विकल्पों की भी तलाश करनी चाहिए। आप अपने रुचि और योग्यता के अनुसार अन्य क्षेत्रों में भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
  • प्रतिस्पर्धी वातावरण: विमानचालक बनने के लिए उच्च स्तरीय प्रतिस्पर्धा होती है। यहां तक कि प्रशिक्षण संस्थानों में भी आपको एडमिशन प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए, आपको सकारात्मक मानसिकता, धैर्य, और परिश्रम के साथ तैयारी करनी होगी।
  • सुरक्षा के मामले: पायलट का काम उच्च स्तरीय जिम्मेदारी के साथ आता है। यात्रियों की सुरक्षा और उड़ानों की सुरक्षा उनके ऊपर होती है। इसलिए, सुरक्षा के मामले में अत्यंत सावधानी और समर्पण की जरूरत होती है।

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पायलट बनने के लाभ (Pros)

  • अविश्वसनीय अनुभव: वायुयान से उड़कर आसमान में घूमना और नजरें भरना एक अविश्वसनीय अनुभव है। एक पायलट के रूप में, आपको दुनिया के सबसे सुंदर स्थानों को देखने का और अलग-अलग नगरों और देशों के बीच यात्रा करने का मौका मिलता है।
  • विशेषज्ञता और आत्मविश्वास: पायलट बनने से आपको वायुयान संचालन, नेविगेशन, और अवरुद्धता नियंत्रण के क्षेत्र में विशेषज्ञता होती है। यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है और आपको अपने क्षेत्र में एक उच्चतर स्तर तक पहुंचाता है।
  • गहरा संतुलन: वायुमंडल में विमान संचालन करने से आपका मानसिक संतुलन बना रहता है। इसमें आपकी धैर्य, सहनशीलता, और निरंतरता का विकास होता है, जो आपके जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी उपयोगी साबित होता है।
  • अच्छी कमाई: पायलट के पद पर काम करने से आपकी आय भी बढ़ती है। विशेषकर विमानचालक के रूप में व्यावसायिक एयरलाइन में काम करने से आपकी कमाई और भी बढ़ जाती है।

पायलट बनने के नुकसान (Cons)

  1. मानसिक तनाव: एक पायलट का काम अविश्वसनीय दूरी और समय खर्च के साथ जुड़ा होता है। विमानचालक को लंबे यात्रा, शिफ्ट काम, और उच्च तनाव का सामना करना पड़ता है, जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
  2. अस्वस्थ जीवनशैली: विमानचालकों को अक्सर अनियमित खाने-पिने और समय से पहले न घर आने के कारण अस्वस्थ जीवनशैली होती है। यह उन्हें शारीरिक स्वास्थ्य के साथ सामर्थ्य के लिए नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
  3. आपातकालीन समय: विमानचालकों को कई बार आपातकालीन समय में तत्कालिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह उन्हें बड़े दबाव के तहत काम करने की ज़िम्मेदारी भी देता है।
  4. रवानगी के समय की कमी: विमानचालकों को अक्सर घर के दूर रहने के कारण रवानगी के समय की कमी हो सकती है, जिससे उन्हें परिवार से अलग महसूस हो सकता है।

Frequently asked questions:

Q1  – पायलट बनने के लिए कौन-कौन सी पढ़ाई करनी जरूरी है?

12वीं के बाद पायलट बनने के लिए आपको विज्ञान (Science) विषयों को चुनना जरूरी नहीं होता है। आपको केवल एक अच्छे ग्रेजुएट डिग्री की आवश्यकता होगी।

Q2 – पायलट बनने के लिए मिनिमम उम्र क्या होती है?

जवाब: भारत में, आम तौर पर पायलट बनने के लिए आपकी उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसमें युवा पायलटों के लिए कुछ आरामदायक उपायोगिता है।

Q 3 – पायलट बनने के लिए कितनी फिजिकल फिटनेस जरूरी होती है?

जवाब: पायलट बनने के लिए फिजिकल फिटनेस बहुत महत्वपूर्ण है। आपको आराम से वायुसेना के नियमानुसार उच्चतम और न्यूनतम ऊँचाई, वजन, और दृष्टिशक्षता मानदंडों को पूरा करना होगा।

Q 4  -पायलट बनने के लिए प्रवेश परीक्षा होती है?

जवाब: हां, पायलट बनने के लिए आपको विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं देनी होती हैं। इनमें शामिल हो सकती हैं – NDA (National Defence Academy) और CDS (Combined Defence Services) परीक्षा, भारतीय वायु सेना एयरमेन चयन परीक्षा, और निजी प्रशिक्षण संस्थानों के लिए प्रवेश परीक्षाएं।

Q 5 – पायलट बनने के लिए कौन-सा डिग्री का साथ होना जरूरी है?

जवाब: पायलट बनने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एक अच्छे ग्रेजुएट डिग्री की आवश्यकता होगी। विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों में विभिन्न पायलट प्रोग्राम उपलब्ध होते हैं, जो आपके कैरियर को आगे बढ़ा सकते हैं।

Q 6 – पायलट बनने के लिए चयन प्रक्रिया क्या होती है?

जवाब: पायलट बनने के लिए आपको चयन प्रक्रिया के तहत विभिन्न चरणों से गुजरना होगा। इसमें लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट, इंटरव्यू, और चिकित्सा जांच शामिल हो सकते हैं।

Q7 – पायलट प्रशिक्षण कितने समय का होता है?

जवाब: कुछ प्रशिक्षण संस्थानों में पायलट प्रशिक्षण का समय 1 से 2 साल तक हो सकता है, जबकि कुछ अन्य संस्थानों में यह 3 से 4 साल का हो सकता है। प्रशिक्षण के दौरान, आपको विमानन और फ्लाइट ऑपरेशन्स के बारे में विस्तृत ज्ञान प्राप्त होगा।

Q 8 – पायलट बनने के लिए कितनी लागत होती है?

जवाब: पायलट बनने के लिए प्रशिक्षण की लागत विभिन्न संस्थानों पर भिन्न हो सकती है। नामकरण प्रशिक्षण के लिए आम तौर पर 15 लाख से 50 लाख रुपये तक खर्च हो सकता है।

Q9 – पायलट बनने के लिए आवेदन कैसे करें?

जवाब: पायलट बनने के लिए आप भारतीय वायुसेना या नागरिक वायुसेना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नोटिफिकेशन देख सकते हैं। इसके अलावा, निजी प्रशिक्षण संस्थानों के लिए भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

Q10 पायलट बनने के बाद कैरियर में क्या संभावनाएं होती हैं?

जवाब: पायलट बनने के बाद आपके पास कई संभावनाएं होती हैं। आप वायुसेना या नागरिक वायुसेना में वायुसेना पायलट बन सकते हैं या फिर निजी एयरलाइंस में कमर्शियल पायलट बन सकते हैं। आपके प्रशिक्षण, अनुभव, और उच्चतमता के आधार पर आप प्रोफेशनल फ्लाइट इंसट्रक्टर, ट्रैनिंग कैप्टन, और अन्य उच्च स्तर के पदों पर भी आगे बढ़ सकते हैं।

Q11 पायलट बनने के लिए क्या आंखों का दृष्टिशक्षता कितनी जरूरी है?

उत्तर: वायुसेना और नागरिक वायुसेना में पायलट बनने के लिए, आंखों का दृष्टिशक्षता 6/6 या इससे अच्छी होनी चाहिए। यदि किसी को चश्मा लगाने की जरूरत है, तो उन्हें अनुचित माना जाता है।

Q12 पायलट प्रशिक्षण के दौरान विमान उड़ाने का समय कितना होता है?

उत्तर: पायलट प्रशिक्षण के दौरान, छात्रों को विभिन्न प्रकार के विमानों पर उड़ाने का अवसर मिलता है। इस प्रक्रिया में, उन्हें विमान चालन, लैंडिंग, विमान की देखभाल और अन्य फ्लाइट ऑपरेशन्स के बारे में अनुभव होता है। यह अनुभव आम तौर पर लगभग 200-250 घंटों तक होता है।

Q13 – पायलट प्रशिक्षण के दौरान क्या सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है?

उत्तर: पायलट प्रशिक्षण के दौरान सुरक्षा को बड़ी प्राथमिकता दी जाती है। छात्रों को विमान चलाने के लिए पूर्वानुमति के साथ विभिन्न फ्लाइट ऑपरेशन्स को समझाया जाता है ताकि उन्हें उचित और सुरक्षित तरीके से वायुमार्ग का उपयोग कर सकें।

Q14 – पायलट बनने के लिए अच्छी ग्रेड मार्क्स जरूरी हैं?

उत्तर: हां, पायलट बनने के लिए अच्छी ग्रेड मार्क्स महत्वपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन यह एकमात्र क्राइटीयन नहीं है। प्रशिक्षण संस्थानों और वायुसेना द्वारा अन्य योग्यता मानदंडों का ध्यान रखा जाता है, जिनमें शारीरिक फिटनेस, दृष्टिशक्षता, और अन्य ज्ञान शामिल होता है।

Q15 – पायलट बनने के लिए उम्र में कोई सीमा होती है?

उत्तर: हां, भारत में पायलट बनने के लिए आम तौर पर आपकी उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। युवा पायलटों के लिए यह उपायोगिता में आता है।

Q16 – पायलट बनने के लिए यातायात उपकरणों की जानकारी जरूरी है?

उत्तर: हां, पायलट बनने के लिए आपको यातायात उपकरणों और उनके कार्य के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। यह आपको विमान चलाने और विमान देखभाल में मदद करेगी।

Q 17 – पायलट प्रशिक्षण के बाद स्वायत्तता से विमान चलाने की अनुमति होती है?

उत्तर: पायलट प्रशिक्षण के बाद आपको स्वायत्तता से विमान चलाने की अनुमति होती है, लेकिन यह शर्त रखी जाती है कि आपको निश्चित संख्या की उड़ानें पूरी करनी होंगी और आपको विशेष प्राथमिकताओं का पालन करना होगा।

Q 18 – पायलट प्रशिक्षण के बाद कैरियर में आगे क्या विकल्प होते हैं? उत्तर: पायलट प्रशिक्षण के बाद आपके पास कई विकल्प हो सकते हैं। आप विमान चालक, कमर्शियल पायलट, अनुभवी प्रोफेशनल फ्लाइट इंसट्रक्टर, विमान के टेस्ट पायलट, और अन्य उच्च स्तरीय पदों पर आगे बढ़ सकते हैं।

पायलट प्रशिक्षण संस्थान चुनने के लिए कौन-से मानदंड ध्यान में रखने चाहिए?

उत्तर: पायलट प्रशिक्षण संस्थान चुनते समय निम्नलिखित मानदंडों का ध्यान रखना चाहिए – प्रशिक्षकों की अनुभव, प्रशिक्षण की लागत, इंफ्रास्ट्रक्चर, सुरक्षा प्राथमिकता, और प्रशिक्षण के बाद प्लेसमेंट अवसर।

Q19 – पायलट बनने के लिए अच्छी मानसिक तयारी क्यों जरूरी है?

उत्तर: पायलट बनने के लिए अच्छी मानसिक तयारी जरूरी है क्योंकि विमान चालने में बड़ी सावधानी और ध्यान की आवश्यकता होती है। आपको नियंत्रित होकर और तकनीकी ज्ञान के साथ विमान चलाना होता है, जिसमें मानसिक स्थिरता बहुत महत्वपूर्ण होती है।
 

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